Atmao Ki Yatra By: Michael Newton
आत्माओ कि यात्रा
डॉ माईकल न्यूटन
Hindi Translation of 'Journey of Saouls'-New Case Studies of Life Between Lives. By Dr.Michael Newton
अनुवादक : डॉ ओशो सिद्धार्थ
प्रस्तुत पुस्तक "आत्माओ कि यात्रा" हमारे आत्मस्वरुप, उसके स्वभाव , जन्म, मृत्यु और उसके पार पराजीवन एवं महाजीवन यात्रा कि चर्चा करती है। क्या पुनर्जन्म होता है ?अब समय आ गया है कि हम अपनी मान्यताओ, विश्वासो और प्रथाओ को वैज्ञानिकता कि कसोटी पर कस सकते है।
हमारा होना जन्म से मृत्यु तक सीमित नहीं है। हम आत्मलोक से आते है, स्पिरिट वर्ल्ड से आते है और यहाँ सौ साल, पचास साल शरीर में रहते है, फिर यहाँ से वापस चले जाते है। फिर समजो बीस साल, सौ साल, पचास साल वहाँ रहते है, जो मानो रात कि तरह है। हम अपने आत्मलोक में रहते है, विश्राम करते है, ऐसे ही खेल चलता रहता है। हम यहाँ पर आते है, ये हमारे महाजीवन का एक दिन है। यही महाजीवन है। यही आत्माओ कि महायात्रा है।
डॉ माईकल न्यूटन एक विश्व विख्यात मनोवैज्ञानिक एवं वरिष्ठ सम्मोहन चिकित्साशास्त्री है। आप पिछले ४० सालो से सम्मोहन चिकित्सा पध्धति के विकास कार्यो में सलग्न है तथा पराजीवन के रहस्यो को उजागर करने के मामले में अग्रणी मने जाते है। आप कई सफलतम पुस्तके लिख चुके है जिनमे 'जर्नी ऑफ़ सोल्स', डेस्टिनी ऑफ़ सोल्स' एवं लाइफ बिटवीन लाइव्स प्रमुख रूप से उल्लेखनीय है।
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