जन्म-पत्री रचना - डॉ नारायणदत्त श्रीमाली
सम्पूर्ण ज्योतिष का आधार जन्मपत्री ही है। जब तक जन्मपत्री सही रुप से नहीं बनाई जाती, तब तक फल कथन में पूर्णता और प्रमाणिकता नहीं आ पाती।
जन्मपत्री अपने ढ़ग की पहली पुस्तक है, जिसके माध्यम से सही जन्मपत्री बनाना सरल ढ़ग से समझाया गया है। इस पुस्तक के अध्ययन द्धारा हज़ारों पाठक जन्मपत्री बनाने में सफल हुए हैं।
ओरिएंट पेपरबैक्सट द्धारा इस पुस्तक का परिवर्तित एवं परिवर्द्धित स्संकरण प्रकाशित किया जा रहा है। मैंने इस पुस्तक में दो नये अध्याय भी जोड़े है, जो पाठकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कुछ अन्य देशों के प्रसिद्ध शहरों के अक्षांश-रेखांश भी दे दिये हैं। अतः विदेशों में पैदा होने वाले जातकों की जन्मकुण्डली बनाना भी पाठकों के लिए सरल हो जायेगा।
मुझे पूरा विश्वास है, यह पुस्तक पाठकों के लिए संग्रहणीय और लाभदायक सिद्ध होगी।
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